अगर आप अपने स्मार्टफोन पर लगातार ईमेल चेक करते हैं, फेसबुक और ट्विटर अपडेट करते रहते हैं तो चेत जाइए। जी हां, अमेरिका में एक नए अध्ययन में कहा गया कि स्मार्टफोन के लगातार इस्तेमाल से तानव का खतरा ज्यादा हो सकता है।
अमेरिकी मनोवैज्ञानिक संगठन (एपीए) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में पांच वयस्कों में चार व्यक्ति अपने स्मार्टफोन लगातार अपने ईमेल चेक करते हैं, मैसेज पोस्ट करते हैं और सोशल मीडिया पर अपने खाते को खंगालते रहते हैं। यह तादाद लगभग 86 फीसदी है।
शोध में यह भी पाया गया है कि डिवाइसों से लगातार जुड़े रहने और प्रौद्योगिकी लगातार इस्तेमाल से उनमें तानव का स्तर उच्च देखा गया है। अभ्यास शोध और नीति के लिए एपीए के सहायक कार्यकारी निदेशक लिन बुफका ने कहा कि सर्वे में पाया गया कि जो लोग लगातार स्मार्टफोन और प्रौद्योगिकी से जुड़े रहते हैं वे उन लोगों की तुलना में ज्यादा तनाव रहते हैं, जो स्मार्टफोन का इस्तेमाल लगातार नहीं करते हैं।
यह सर्वे पिछले साल अगस्त में किया गया था, जिसमें अमेरिका में रहने वाले 18 से ज्यादा उम्र के 3511 वयस्कों ने हिस्सा लिया।
अमेरिकी मनोवैज्ञानिक संगठन (एपीए) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में पांच वयस्कों में चार व्यक्ति अपने स्मार्टफोन लगातार अपने ईमेल चेक करते हैं, मैसेज पोस्ट करते हैं और सोशल मीडिया पर अपने खाते को खंगालते रहते हैं। यह तादाद लगभग 86 फीसदी है।
शोध में यह भी पाया गया है कि डिवाइसों से लगातार जुड़े रहने और प्रौद्योगिकी लगातार इस्तेमाल से उनमें तानव का स्तर उच्च देखा गया है। अभ्यास शोध और नीति के लिए एपीए के सहायक कार्यकारी निदेशक लिन बुफका ने कहा कि सर्वे में पाया गया कि जो लोग लगातार स्मार्टफोन और प्रौद्योगिकी से जुड़े रहते हैं वे उन लोगों की तुलना में ज्यादा तनाव रहते हैं, जो स्मार्टफोन का इस्तेमाल लगातार नहीं करते हैं।
यह सर्वे पिछले साल अगस्त में किया गया था, जिसमें अमेरिका में रहने वाले 18 से ज्यादा उम्र के 3511 वयस्कों ने हिस्सा लिया।