- आपको धूप, स्क्रब, स्विमिंग और स्टीम से बचना चाहिए।
- धूप में जाने से पहले सनब्लॉक ज़रूर लगायें।
- विटामिन सी से भरपूर फूड्स खाएं।
- अधिक मात्रा में खट्टे फलों का सेवन करें।
- सोते समय अर्बुटिन (arbutin) और लिकोरीस (licorice) युक्त क्रीम लगायें।
स्किन लाइटिंग क्रीम- हाइड्रोक्युनन, कोजिक एसिड, एजेलिक एसिड, रेटिनोल आदि से युक्त ऑइंटमेंट का इस्तेमाल कर सकती हैं। लेकिन इनका उपयोग करने से पहले डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह ज़रूर लें
लेजर ट्रीटमेंट- क्यू स्विच, आईपीएल, फ्रैक्शनल आंशिक लेजर आदि लेजर ट्रीटमेंट से काले धब्बों को हल्का करने में मदद मिलती है।
केमिकल पिल्स- पिल्स से भी धब्बे कम करने में मदद मिलती है और स्किन पर चमक आती है। बाज़ार में ग्लाइकोलिक, मेंडेलिक, लैक्टिक आदि जैसे कई पिल्स उपलब्ध हैं। ये त्वचा की परतों की सतह छुटाने में मदद करते हैं। टीसीएस और फेनोल पिल्स मज़बूत होते हैं और ये त्वचा की परतों में अंदर तक घुस जाते हैं। इनका इस्तेमाल ज्यादा ख़राब त्वचा के लिए किया जाता है। पिल्स की ज़रुरत पिग्मेंटेशन को हल्का करने के लिए ज़रूरी होते हैं। स्ट्रोंगर पिल्स के डार्क स्किन पर साइड इफेक्ट्स पद सकते हैं। इसलिए इनका इस्तेमाल एक ऐसे डर्मेटोलॉजिस्ट की देखरेख में किया जाना चाहिए, जिसे पिल्स का सही अनुभव हो। ये आम तौर पर क्रीम और ऑइंटमेंट के साथ स्किन प्रेप्पिंग के बाद किया जाता है।
कॉम्बिनेशन ट्रीटमेंट- 2 से 3 तरीकों का मेल पिग्मेंटेशन को कम करने में मदद करता है। इसलिए स्किन लाइटनिंग क्रीम ट्रीटमेंट के बाद आपका डॉक्टर आपको पिल्स और लेजर ट्रीटमेंट की सलाह दे सकता है