सामग्री एवं निर्माण विधि-
किशमिश 100 ग्राम और गिलोय पाउडर महीन पिसा हुआ 100 ग्राम लेकर ठीक से पीस लें यह एक thick paste जैसा बन जायेगा.
सेवन विधि- इस मिश्रण का एक एक चम्मच दिन में दो बार प्रातः सायं चबा-चबा कर धीरे धीरे खाएं. कम से कम आधे घंटे पानी न पियें.
लाभ-
(1) यह प्रयोग गर्भाशय को क्लीन करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल फेकता है. मासिक चक्र नियमित होता है. गर्भाशय की बड़ी समस्याओं में भी अन्य दवाओं के साथ सहायक फ़ूड रेमेडी की तरह ले सकते हैं.
(2) इसका नियमित इस्तेमाल पिम्पल आदि दूर करके त्वचा को सुन्दर बनता है त्वचा और रक्तचाप की समस्याओं में भी उपयोगी है और ह्रदय को मजबूती प्रदान करता है.
(3)यह खून की कमी को दूर करने में भी उपयोगी है इसके सेवन से हाथ पैरों में होने वाली जलन शांत होती है. लगातार बन रहने वाला हल्का बुखार भी धीरे धीरे चला जाता है.
ठीक लाभ के लिए सब सामग्री अच्छी गुणवत्ता की लें. गिलोय पाउडर आयुर्वेदिकस्टोर पर आसानी से मिल जाता है.
किशमिश 100 ग्राम और गिलोय पाउडर महीन पिसा हुआ 100 ग्राम लेकर ठीक से पीस लें यह एक thick paste जैसा बन जायेगा.
सेवन विधि- इस मिश्रण का एक एक चम्मच दिन में दो बार प्रातः सायं चबा-चबा कर धीरे धीरे खाएं. कम से कम आधे घंटे पानी न पियें.
लाभ-
(1) यह प्रयोग गर्भाशय को क्लीन करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल फेकता है. मासिक चक्र नियमित होता है. गर्भाशय की बड़ी समस्याओं में भी अन्य दवाओं के साथ सहायक फ़ूड रेमेडी की तरह ले सकते हैं.
(2) इसका नियमित इस्तेमाल पिम्पल आदि दूर करके त्वचा को सुन्दर बनता है त्वचा और रक्तचाप की समस्याओं में भी उपयोगी है और ह्रदय को मजबूती प्रदान करता है.
(3)यह खून की कमी को दूर करने में भी उपयोगी है इसके सेवन से हाथ पैरों में होने वाली जलन शांत होती है. लगातार बन रहने वाला हल्का बुखार भी धीरे धीरे चला जाता है.
ठीक लाभ के लिए सब सामग्री अच्छी गुणवत्ता की लें. गिलोय पाउडर आयुर्वेदिकस्टोर पर आसानी से मिल जाता है.