किसी खाद्य पदार्थ या दवा से एलर्जी, त्वचा का रूखा होना, ठीक से न नहाना,
गंदे कपड़े पहनना, किसी विष का प्रभाव, रंगों से किसी तरह की एलर्जी,
गुर्दे की कोई बीमारी, कैंसर, छपाकी (शरीर पर लाल धब्बे उभरना), मच्छर या
अन्य कीट के काटने पर चर्म रोगों की समस्या हो सकती है। चमड़ी रोगों का समय
रहते उपचार न किया जाए तो यह फैलते जाते हैं और इनके प्रति लापरवाही बरतने
से ये हमेशा के मेहमान बन जाते हैं। एलोपैथी मलहम बाजार में उपलब्ध हैं
लेकिन यह अस्थायी रूप से लाभ देते हैं, यह
सभी भुक्तभोगी जानते हैं परन्तु यदि घरेलू उपचार जो कि घर में ही कर सकते
हैं, किए जाएं तो आशातीत सफलता मिलती है। 1 दो चम्मच नारियल के तेल में एक
चम्मच टमाटर का रस मिलाकर उससे खुजली वाले स्थान पर मालिश करें। बाद में
गर्म पानी से स्नान करें। 2 जीरे को गर्म पानी में पीसकर लगाएं। 3 सेब की
छाल घिसकर लगाएं। 4 पांच ग्राम काली मिर्च पीसकर आधा चम्मच गाय के घी के
साथ लेने से सब प्रकार की खुजली मिट जाती है। 5 ताजा नारियल का रस और टमाटर
का रस मिलाकर लगाएं। 6 दूध में पानी मिलाकर रूई के फाहे से शरीर पर मलें।
थोड़ी देर बाद स्नान कर लें। 7 लाल टमाटर का रस कुछ दिन पीएं। 8 गर्म पानी
में नींबू निचोड़कर नहाएं। 9 खुजली वाले स्थान पर शहद लगाएं। आधे घंटे तक
लगा रहने दें। बाद में नहाएं। 10 नींबू को काट कर उसमें पिसी हुई फिटकरी
भरकर खाज वाले स्थान पर रगड़ें। 11 लहसुन को सरसों के तेल में जलाएं। ठंडा
होने पर उस तेल से मालिश करें। 12 अजवायन को पानी में उबालकर ठंडा होने पर
उस पानी से खुजली वाली जगह को धोएं। 13 केले के गूदे को नींबू के रस में
पीस कर दाद या खुजली पर लगाएं। 14 कुछ दिन लगातार मूली के बीजों और सूखे
पत्तों को नींबू के रस में पीसकर गर्म करके लगाएं।