अरबी:-
1. अरबी की पत्तियों के डंठल को तोड़कर अलग कर लें। पत्तियों को जलाकर राख को नारियल तेल में मिलाकर फोड़े-फुंसियों पर लगाने से लाभ होता है।
2. इसके पत्तों में बेसन लगाकर भजिए बनाकर खाएं। ये भजिए जोड़ों के दर्द में कारगर दवा का काम करते हैं।
3. अरबी के पत्ते डंठल के साथ लेकर पानी में उबाल लें। इस पानी में थोड़ा घी मिलाकर तीन दिनों तक दो बार लें। गैस की समस्या में फायदा होगा।
4. अरबी के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से एसिडिटी दूर होती है।
5. दिल से संबंधित रोग होने पर अरबी की सब्जी रोजाना खाने से लाभ होता है।
6. अरबी को पीसकर कुछ दिनों तक नियमित रूप से सिर पर लगाने से बाल गिरने की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।
शिमला मिर्च:-
1. पातालकोट के आदिवासी हर्बल जानकारों के अनुसार, शिमला मिर्च की सब्जी खाने से वजन कम होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और वसा कम मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए यह शरीर को फिट रखने में मददगार होती है।
2. जो लोग अक्सर शिमला मिर्च की सब्जी खाते हैं, उन्हें कमर दर्द, सायटिका और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याएं कम होती हैं। शिमला मिर्च में पाया जाने वाला प्रमुख रसायन केप्सायसिन दर्द निवारक माना जाता है।
3. शिमला मिर्च में भरपूर मात्रा में, विटामिन ए, बी और सी पाए जाते हैं। इसीलिए यह एक टॉनिक की तरह काम करता है।
4.शिमला मिर्च को आदिवासी कोलेस्ट्रॉल की अचूक दवा मानते हैं। आधुनिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि शिमला मिर्च शरीर की मेटाबॉलिक क्रियाओं को सुनियोजित करके ट्रायग्लिसेराईड को कम करने में मदद करती है।
5. आधुनिक शोधों के अनुसार, शिमला मिर्च में बीटा केरोटीन, ल्युटीन और जिएक्सेन्थिन और विटामिन सी जैसे महत्वपूर्ण रसायन पाए जाते हैं। शिमला मिर्च के लगातार सेवन से शरीर बीटा केरोटीन को रेटिनोल में परिवर्तित कर देता है। रेटिनोल वास्तव में विटामिन ए का ही एक रूप है। इन सभी रसायनों के संयुक्त प्रभाव से दिल से संबंधित बीमारियों, ओस्टियोआर्थरायटिस, ब्रोंकायटिस और अस्थमा जैसी समस्याओं में जबरदस्त फायदा होता है।
6. शिमला मिर्च में लाइकोपिन भी पाया जाता है। यह तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्या को दूर करने में बहुत कारगर होता है।
7. शिमला मिर्च उच्च रक्त चाप (हाई ब्लड प्रेशर) के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है।
1. अरबी की पत्तियों के डंठल को तोड़कर अलग कर लें। पत्तियों को जलाकर राख को नारियल तेल में मिलाकर फोड़े-फुंसियों पर लगाने से लाभ होता है।
2. इसके पत्तों में बेसन लगाकर भजिए बनाकर खाएं। ये भजिए जोड़ों के दर्द में कारगर दवा का काम करते हैं।
3. अरबी के पत्ते डंठल के साथ लेकर पानी में उबाल लें। इस पानी में थोड़ा घी मिलाकर तीन दिनों तक दो बार लें। गैस की समस्या में फायदा होगा।
4. अरबी के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से एसिडिटी दूर होती है।
5. दिल से संबंधित रोग होने पर अरबी की सब्जी रोजाना खाने से लाभ होता है।
6. अरबी को पीसकर कुछ दिनों तक नियमित रूप से सिर पर लगाने से बाल गिरने की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।
शिमला मिर्च:-
1. पातालकोट के आदिवासी हर्बल जानकारों के अनुसार, शिमला मिर्च की सब्जी खाने से वजन कम होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और वसा कम मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए यह शरीर को फिट रखने में मददगार होती है।
2. जो लोग अक्सर शिमला मिर्च की सब्जी खाते हैं, उन्हें कमर दर्द, सायटिका और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याएं कम होती हैं। शिमला मिर्च में पाया जाने वाला प्रमुख रसायन केप्सायसिन दर्द निवारक माना जाता है।
3. शिमला मिर्च में भरपूर मात्रा में, विटामिन ए, बी और सी पाए जाते हैं। इसीलिए यह एक टॉनिक की तरह काम करता है।
4.शिमला मिर्च को आदिवासी कोलेस्ट्रॉल की अचूक दवा मानते हैं। आधुनिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि शिमला मिर्च शरीर की मेटाबॉलिक क्रियाओं को सुनियोजित करके ट्रायग्लिसेराईड को कम करने में मदद करती है।
5. आधुनिक शोधों के अनुसार, शिमला मिर्च में बीटा केरोटीन, ल्युटीन और जिएक्सेन्थिन और विटामिन सी जैसे महत्वपूर्ण रसायन पाए जाते हैं। शिमला मिर्च के लगातार सेवन से शरीर बीटा केरोटीन को रेटिनोल में परिवर्तित कर देता है। रेटिनोल वास्तव में विटामिन ए का ही एक रूप है। इन सभी रसायनों के संयुक्त प्रभाव से दिल से संबंधित बीमारियों, ओस्टियोआर्थरायटिस, ब्रोंकायटिस और अस्थमा जैसी समस्याओं में जबरदस्त फायदा होता है।
6. शिमला मिर्च में लाइकोपिन भी पाया जाता है। यह तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्या को दूर करने में बहुत कारगर होता है।
7. शिमला मिर्च उच्च रक्त चाप (हाई ब्लड प्रेशर) के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है।