नूडल्स का कहर – शरीर में जहर (अवश्य ही पढिये )
इनसे दूर रहने का प्रयास करें।
स्वास्थ्य की देखभाल नूडल्स से बचने और स्वस्थ रहने के लिये कारण
समय बहुत तेज़ी से बदल रहा है, हम भारतीय ज्यादातर अपने भारतीय घरेलू खाद्य को चुनते हैं लेकिन पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव और उसका दिलचस्प जादुई स्वाद और समय लेने वाली प्रक्रिया और अन्य कई प्रमुख विशेषतायें हमें प्राय: इन्हें लेने की परिस्थितियां तैयार करती है, उनमें से कुछ हमारे दैनिक व्यंजनों का हिस्सा बन चुकी है। बहुतों में से एक, तुरंत बनने वाला नूडल्स हर उम्र के लोगों द्वारा मांग किया जाता है यह नूडल्स फीके आटे से बनाया जाता है जो कि तरल में उबालकर पकाया जाता है। प्रकार के आधार पर नूडल्स पकाने के पहले से सुखाया या ठन्डा किया जाता है। नूडल्स बहुत जल्दी बनते हैं और इसका लज़ीज़ स्वाद हमें इसे अपनाने के लिये मजबूर कर देता है। लेकिन यह लज़ीज़ व्यंजन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को भी देता है जब हम इसका उपभोग बहुत जल्दी जल्दी और अधिक मात्रा में करते हैं। इसलिये उन कुछ कारणों का पता लगायें जिससे की हम दैनिक तुरंत बनने वाले नूडल्स से बचें।
पोषक तत्व समस्या: तुरंत बनने वाले नूडल्स को पांच वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों को देने की सलाह नहीं दी जाती है। यह पोषक तत्वों को अवशोषित करने से रोकता है।
कैंसर के कारण का एजेंट: तुरंत बनने वाले नूडल्स में “स्ट्रायफोअम” शामिल होता है जो कैंसर कारक एजेंट है और इसके कारण कुछ अधिक नकारात्मक प्रभाव होते हैं।
बचें: गर्भवती महिलाओं को प्रोटीन, खनिज, कैल्शियम आदि को शामिल किये हुए अच्छे आहार को अपनाना चाहिये। अगर वे तुरंत नूडल्स को चुनती हैं तो यह भ्रूण की वृद्धि को प्रभावित करती है और गर्भपात को बढ़ावा देती है।
बेकार पदार्थ: तुरंत बनने वाले नूडल्स में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज शामिल होता है जो स्वास्थ्य को मजबूत रखता है और इसलिये बेकार खाद्यों की सूची में शामिल किया जाता है।
सोडियम: तुरंत नूडल्स में बहुत अधिक मात्रा में सोडियम पाया जाता है और जो व्यक्ति अधिक मात्रा में सोडियम का उपभोग करता है उसे हृदय बीमारियां/ स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर, और किडनी की क्षति हो सकती है।
एमएसजी: तुरंत बनने वाले नूडल्स के स्वाद को बढ़ाने के लिये मोनो सोडियम ग्लूटामेट का उपयोग किया जाता है। जिन व्यक्तियों को अपने आहार में एमएसजी उपभोग से एलर्जी है उन्हें सिर दर्द, चेहरे पर आवेग, दर्द, जलने की अनुभूति होती है।
मोटापा: नूडल्स का उपभोग मोटापे की समस्या के लिये एक महत्वपूर्ण कारक है। जैसा कि नूडल्स में उच्च वसा और सोडियम की अधिक मात्रा होती है, इसलिये वे शरीर में पानी को रोकने का कारण होती है। बाद में यह अधिक वजन और मोटापे की समस्या को बढ़ावा देता है।
अपच: तुरंत बनने वाले नूडल्स पाचन तंत्र के लिये अच्छा नहीं होता है और नूडल्स का नियमित उपभोग अनियमित मरोड़ और पेट फूलने की समस्या का कारण हो सकता है। ये शरीर में पाचन तंत्र समस्या का कारण हो सकते हैं।
प्रोपाइलीन ग्लाइकोल: तुरंत बनने वाले नूडल्स में शामिल सामग्री प्रोपाइलिन ग्लाइकोल में एंटी-फ्रीज़ गुण होता है। यह शरीर के तंत्रिका तंत्र को कमजोर कर सकता है। यह शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाता है और किडनी, लीवर और हृदय अंगों में रहता है।
चयापचय दर: नूडल्स का लगातार उपभोग शरीर के चयापचय को भी प्रभावित करेगा। नूडल्स में पाये जाने वाले रंग, योजक और संरक्षक चयापचय दर को प्रभावित करते हैं।
ऊपर के कारण सिर्फ झलक है जो भविष्य में होने वाले प्रभावों और समस्याओं पर प्रकाश डालते हैं इसलिये इनसे दूर रहने का प्रयास करें।
शेयर कीजिये, अपनी और अपनों की सेहत बचाइये
इनसे दूर रहने का प्रयास करें।
स्वास्थ्य की देखभाल नूडल्स से बचने और स्वस्थ रहने के लिये कारण
समय बहुत तेज़ी से बदल रहा है, हम भारतीय ज्यादातर अपने भारतीय घरेलू खाद्य को चुनते हैं लेकिन पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव और उसका दिलचस्प जादुई स्वाद और समय लेने वाली प्रक्रिया और अन्य कई प्रमुख विशेषतायें हमें प्राय: इन्हें लेने की परिस्थितियां तैयार करती है, उनमें से कुछ हमारे दैनिक व्यंजनों का हिस्सा बन चुकी है। बहुतों में से एक, तुरंत बनने वाला नूडल्स हर उम्र के लोगों द्वारा मांग किया जाता है यह नूडल्स फीके आटे से बनाया जाता है जो कि तरल में उबालकर पकाया जाता है। प्रकार के आधार पर नूडल्स पकाने के पहले से सुखाया या ठन्डा किया जाता है। नूडल्स बहुत जल्दी बनते हैं और इसका लज़ीज़ स्वाद हमें इसे अपनाने के लिये मजबूर कर देता है। लेकिन यह लज़ीज़ व्यंजन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को भी देता है जब हम इसका उपभोग बहुत जल्दी जल्दी और अधिक मात्रा में करते हैं। इसलिये उन कुछ कारणों का पता लगायें जिससे की हम दैनिक तुरंत बनने वाले नूडल्स से बचें।
पोषक तत्व समस्या: तुरंत बनने वाले नूडल्स को पांच वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों को देने की सलाह नहीं दी जाती है। यह पोषक तत्वों को अवशोषित करने से रोकता है।
कैंसर के कारण का एजेंट: तुरंत बनने वाले नूडल्स में “स्ट्रायफोअम” शामिल होता है जो कैंसर कारक एजेंट है और इसके कारण कुछ अधिक नकारात्मक प्रभाव होते हैं।
बचें: गर्भवती महिलाओं को प्रोटीन, खनिज, कैल्शियम आदि को शामिल किये हुए अच्छे आहार को अपनाना चाहिये। अगर वे तुरंत नूडल्स को चुनती हैं तो यह भ्रूण की वृद्धि को प्रभावित करती है और गर्भपात को बढ़ावा देती है।
बेकार पदार्थ: तुरंत बनने वाले नूडल्स में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज शामिल होता है जो स्वास्थ्य को मजबूत रखता है और इसलिये बेकार खाद्यों की सूची में शामिल किया जाता है।
सोडियम: तुरंत नूडल्स में बहुत अधिक मात्रा में सोडियम पाया जाता है और जो व्यक्ति अधिक मात्रा में सोडियम का उपभोग करता है उसे हृदय बीमारियां/ स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर, और किडनी की क्षति हो सकती है।
एमएसजी: तुरंत बनने वाले नूडल्स के स्वाद को बढ़ाने के लिये मोनो सोडियम ग्लूटामेट का उपयोग किया जाता है। जिन व्यक्तियों को अपने आहार में एमएसजी उपभोग से एलर्जी है उन्हें सिर दर्द, चेहरे पर आवेग, दर्द, जलने की अनुभूति होती है।
मोटापा: नूडल्स का उपभोग मोटापे की समस्या के लिये एक महत्वपूर्ण कारक है। जैसा कि नूडल्स में उच्च वसा और सोडियम की अधिक मात्रा होती है, इसलिये वे शरीर में पानी को रोकने का कारण होती है। बाद में यह अधिक वजन और मोटापे की समस्या को बढ़ावा देता है।
अपच: तुरंत बनने वाले नूडल्स पाचन तंत्र के लिये अच्छा नहीं होता है और नूडल्स का नियमित उपभोग अनियमित मरोड़ और पेट फूलने की समस्या का कारण हो सकता है। ये शरीर में पाचन तंत्र समस्या का कारण हो सकते हैं।
प्रोपाइलीन ग्लाइकोल: तुरंत बनने वाले नूडल्स में शामिल सामग्री प्रोपाइलिन ग्लाइकोल में एंटी-फ्रीज़ गुण होता है। यह शरीर के तंत्रिका तंत्र को कमजोर कर सकता है। यह शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाता है और किडनी, लीवर और हृदय अंगों में रहता है।
चयापचय दर: नूडल्स का लगातार उपभोग शरीर के चयापचय को भी प्रभावित करेगा। नूडल्स में पाये जाने वाले रंग, योजक और संरक्षक चयापचय दर को प्रभावित करते हैं।
ऊपर के कारण सिर्फ झलक है जो भविष्य में होने वाले प्रभावों और समस्याओं पर प्रकाश डालते हैं इसलिये इनसे दूर रहने का प्रयास करें।
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