१ * शोभांजन की जड़ की छाल, फिटकरी, पुराना गुड़ व कटकरंज की भुनी भींगी। इन सभी को बराबर मात्रा में लेकर पानी के साथ पीसकर दर्द वाले स्थान पर लेप करने से कंधे के दर्द में आराम मिलता है।
२ * अरंडी के तेल में लहसुन डालकर खूब अच्छी तरह पकाएं। जब लहसुन जल जाए तो उतार कर शीशी में रख लें। इस तेल से कंधे के दर्द में मालिश करें।
३ * दशमूल काढ़ा १५ – ३० मि.ली. की मात्रा में दिन में दो तीन बार पीने से आराम मिलता है।
४ * सौ ग्राम पीली सरसों के तेल को खूब गर्म करके उसमें पांच ग्राम ढेला कपूर, दो ग्राम अजवायन का सत्व व दो ग्राम पिपरमेंट मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से राहत मिलती है।
५ * तारपीन का तेल तथा तिल का तेल बराबर मात्रा में लेकर कंधें की मालिश करें। रोगी को दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
६ * अजवायन सत्व, पुदीने का सत्व व कपूर तीनों १० – १० ग्राम, तारपीन का तेल २० बूंद, लौंग का तेल पांच बूंद सभी को मिलाकर बोतल में रख लें। जब सारी चीजें गल कर तरल हो जाएं, तो इसे कंधे व गर्दन पर दिन में तीन चार बार लगाएं। दर्द छू मंतर हो जाएगा।
४ * सौ ग्राम पीली सरसों के तेल को खूब गर्म करके उसमें पांच ग्राम ढेला कपूर, दो ग्राम अजवायन का सत्व व दो ग्राम पिपरमेंट मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से राहत मिलती है।
५ * तारपीन का तेल तथा तिल का तेल बराबर मात्रा में लेकर कंधें की मालिश करें। रोगी को दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
६ * अजवायन सत्व, पुदीने का सत्व व कपूर तीनों १० – १० ग्राम, तारपीन का तेल २० बूंद, लौंग का तेल पांच बूंद सभी को मिलाकर बोतल में रख लें। जब सारी चीजें गल कर तरल हो जाएं, तो इसे कंधे व गर्दन पर दिन में तीन चार बार लगाएं। दर्द छू मंतर हो जाएगा।