● कई बार देखा गया है कि जैसे जैसे बच्चे बड़े होते जाते हैं वैसे वैसे वे अपने माता पिता का कहना नहीं मानते हैं। ऐसे में वे माँ बाप से झगड़ा करते हैं, और माँ बाप बच्चे की इन आदतों से परेशान होने लगते हैं। बच्चे जब छोटे होते हैं तो उनका गुस्सा करना सबको प्यारा लगता है। लेकिन यही गुस्सा और बड़ों की बात ना मानना बढ़ती उम्र के साथ बुरा लगने लगता है। ऐसे में माँ बाप के लिए जरुरी है कि वे अपने बच्चों को सिखाएं कि वे बड़ों की इज़्ज़त करें और उनका कहना माने।
● क्योंकि बिना बड़ों की बात माने वे अपनी ज़िन्दगी में ना तो अच्छे से पढ़ पाएंगे और ना आगे बढ़ पाएंगे। इसलिए अपने बच्चों को आज्ञाकारी बनाने के लिए अपनाये यह तरीके।
1) सक्ति से मगर शांत रहें :-
बच्चे को अगर कोई बात समझनी है तो शांत रहे कर समझाएं, गुस्से या जबरदस्ती से नहीं। वरना बच्चा और भी जिद्दी हो जायेगा।
बच्चे को अगर कोई बात समझनी है तो शांत रहे कर समझाएं, गुस्से या जबरदस्ती से नहीं। वरना बच्चा और भी जिद्दी हो जायेगा।
2) इज़्ज़त देना :-
दूसरो की इज़्ज़त करना महत्वपूर्ण गुण है। और यह आदत बच्चे अपने माँ बाप या अपने आस पास के माहौल से सीखते हैं। इस लिए यह बहुत जरुरी है कि जो आप अपने बच्चों को सीखा रहे हैं, पहले उसे ख़ुद करें। क्योंकि अगर आप अपनों से बड़ों की इज़्ज़त करेंगे तो यही चीज़ आपके बच्चे भी आप से सिखेँगे।
दूसरो की इज़्ज़त करना महत्वपूर्ण गुण है। और यह आदत बच्चे अपने माँ बाप या अपने आस पास के माहौल से सीखते हैं। इस लिए यह बहुत जरुरी है कि जो आप अपने बच्चों को सीखा रहे हैं, पहले उसे ख़ुद करें। क्योंकि अगर आप अपनों से बड़ों की इज़्ज़त करेंगे तो यही चीज़ आपके बच्चे भी आप से सिखेँगे।
3 आदर करना :-
बच्चे को आज्ञाकारी कैसे बनाये? इसके लिए जरुरी है कि आप बच्चे के लिए कुछ नियम बनाएं जिसे बच्चा माने। लेकिन ख्याल रखें कि नियम ज्यादा नर्म ना हों, नहीं तो बच्चे इसको सिर्फ एक खेल की तरह लेंगे और जब मन करेंगे तब नियमों को तोड़ देंगे।
बच्चे को आज्ञाकारी कैसे बनाये? इसके लिए जरुरी है कि आप बच्चे के लिए कुछ नियम बनाएं जिसे बच्चा माने। लेकिन ख्याल रखें कि नियम ज्यादा नर्म ना हों, नहीं तो बच्चे इसको सिर्फ एक खेल की तरह लेंगे और जब मन करेंगे तब नियमों को तोड़ देंगे।