▪ पेट की चर्बी कम करने में यह है मददगार।
▪ जौ का पानी फाइबर से भरपूर होता है।
▪ इसको पीने से पेट भरा हुआ लगता है।
▪ नींबू, शहद, नमक भी इसमें डाल सकते हैं।
▪ जौ का पानी फाइबर से भरपूर होता है।
▪ इसको पीने से पेट भरा हुआ लगता है।
▪ नींबू, शहद, नमक भी इसमें डाल सकते हैं।
● जौ एक किस्म का अनाज होता है जो देखने में गेंहू की तरह लगता है। जौ
गेहूं की अपेक्षा हल्का होता है। जौ में लैक्टिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड,
फॉस्फोरिक एसिड, पोटैशियम और कैल्शियम होता है। अगर आपके पेट और उसके आसपास
अधिक चर्बी जमा हो गई हो तो जौ के पानी का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता
है। इसको पीने से आपकी पेट की चर्बी कम होने लगती है। इस लेख में विस्तार
से जानिये, यह चर्बी कैसे कम करता है।
1) कैसे कम करता है मोटापा :-
जौ घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का स्रोत होता है। इस गुण के कारण आपको देर तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। दो लीटर पानी में दो बड़े चम्मच जौ डालकर उबालें। उबालने के वक्त ढक्कन को अच्छी तरह से लगा दें ताकि जौ के दाने अच्छी तरह से पक जायें। जब यह मिश्रण पानी के साथ घुलकर हल्के गुलाबी रंग का पारदर्शी मिश्रण बन जायें तो समझ जाना चाहिए कि यह पीने के लिए तैयार है, इसको छानकर रोज इसका सेवन करें। इसमें नींबू, शहद और नमक भी डाल सकते हैं। छिलके वाले में ज्यादा फाइबर होता है और पकाने में ज्यादा समय लगता है इसलिए बिना छिलके वाले पकाने में आसान हैं।
2) अन्य लाभ भी हैं :-
● इस मिश्रण को पीने से पेट की चर्बी तो कम होगी साथ ही डीहाइड्रेशन की समस्या भी नहीं होगी। यह यूरीनरी इंफेक्शन के उपचार में भी मददगार है।
● यह कब्ज़ को दूर करने के साथ-साथ अमा दोष (आयुर्वेद के अनुसार पेट के विषाक्त अवांछित पदार्थ) से भी राहत दिलाता है। इस अनाज में मूत्रवर्द्धक (diuretic) गुण होता है जो विषाक्त पदार्थों के साथ शरीर के अतिरिक्त पानी को भी निकाल देता है।
● जौ-चने के आटे की चपाती के सेवन से भी पेट और कमर ही नहीं सारे शरीर का मोटापा कम हो जाएगा।
1) कैसे कम करता है मोटापा :-
जौ घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का स्रोत होता है। इस गुण के कारण आपको देर तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। दो लीटर पानी में दो बड़े चम्मच जौ डालकर उबालें। उबालने के वक्त ढक्कन को अच्छी तरह से लगा दें ताकि जौ के दाने अच्छी तरह से पक जायें। जब यह मिश्रण पानी के साथ घुलकर हल्के गुलाबी रंग का पारदर्शी मिश्रण बन जायें तो समझ जाना चाहिए कि यह पीने के लिए तैयार है, इसको छानकर रोज इसका सेवन करें। इसमें नींबू, शहद और नमक भी डाल सकते हैं। छिलके वाले में ज्यादा फाइबर होता है और पकाने में ज्यादा समय लगता है इसलिए बिना छिलके वाले पकाने में आसान हैं।
2) अन्य लाभ भी हैं :-
● इस मिश्रण को पीने से पेट की चर्बी तो कम होगी साथ ही डीहाइड्रेशन की समस्या भी नहीं होगी। यह यूरीनरी इंफेक्शन के उपचार में भी मददगार है।
● यह कब्ज़ को दूर करने के साथ-साथ अमा दोष (आयुर्वेद के अनुसार पेट के विषाक्त अवांछित पदार्थ) से भी राहत दिलाता है। इस अनाज में मूत्रवर्द्धक (diuretic) गुण होता है जो विषाक्त पदार्थों के साथ शरीर के अतिरिक्त पानी को भी निकाल देता है।
● जौ-चने के आटे की चपाती के सेवन से भी पेट और कमर ही नहीं सारे शरीर का मोटापा कम हो जाएगा।