मुलायम और खूबसूरत होंठों के लिए जरूरी है देखभाल।
● फटे हुए होंठों की मुस्कुराहट किसे अच्छी लगती है? जब होंठों पर घाव हो या वे छिले हुए हों तो हलकी-सी मुस्कराहट से भी वे और ज्यादा फट जाते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि आपकी हलकी-सी मुस्कराहट से हजारों फूल खिल उठते हैं। लेकिन इसके लिए होंठों की कोमलता वापस लाने के कुछ तरीके अपनाने होंगे।
● होंठों की त्वचा पतली और कोमल होती है और इन पर ठंडे मौसम और सूरज की तेज गर्मी के प्रभाव के कारण रूखापन व पपड़ी आ जाती है। खूबसूरत होंठ हासिल करने के लिए चेहरे की देखभाल की तरह अपने होंठों की देखभाल की ओर भी ध्यान दें। अकसर हम जितना ज्यादा ध्यान अपनी त्वचा की देखभाल पर देते हैं, उतने ही लापरवाह अपने होंठों के प्रति होते हैं। सर्दियों में भी आपके होंठ खिले-खिले और नर्म-मुलायम बने रह सकते हैं। बस, आपको अपनाने होंगे ये कुछ उपाय।
1) बाम लगाएं :-
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एस.अहमद जहीर के अनुसार सर्दियों में शुष्क हवाओं के कारण त्वचा का मॉइस्चर लेवल कम होने लगता है जिस कारण होंठ फटने लगते हैं। इसलिए फटे होंठों को ठंडे मौसम व रूखेपन से बचाने के लिए लिप बाम लगाना चाहिए। डॉ. जहीर कहते हैं, सर्दी में आप जितनी बार बाहर जाएं होंठों पर बाम जरूर लगाएं। बाम होंठों पर ज्यादा देर तक नहीं टिकता इसलिए इसे बार-बार लगाएं। मसलन खाने या पीने के बाद गीली रुई से हलके से होंठों को पोंछकर तुरंत बाम लगाएं। अगर बाम आसानी से न मिले तो पेट्रोलियम जेली लगाएं।
2) सनस्क्रीन लगाएं :-
होठों पर सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों का सीधा प्रभाव पड़ता है। इसलिए ऐसा प्रोडक्ट चुनें जो तेज धूप से होंठों की रक्षा करे। धूप से होंठों पर रूखापन आ जाता है। इसी तरह अल्ट्रावायलट किरणें त्वचा के साथ-साथ होंठों को भी नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए होठों पर ऐसी क्रीम लगाएं जो सनस्क्रीनयुक्त हो। मसलन चैपस्टिक्स सनब्लॉक 15, प्रेसन 15 आदि।
3) लिपस्टिक का प्रयोग करें :-
सनस्क्रीन के अलावा फटे होठों के लिए कोई क्रीम बेस्ड लिपस्टिक भी आराम पहुंचाती है। लिपस्टिक होंठों को फटने से भी बचाती है। यहां तक कि यह सूर्य की तेज किरणों को होंठों की त्वचा पर सीधा प्रभाव डालने से रोकती है। लेकिन जिन महिलाओं के एलर्जी के कारण होंठ फटते हैं, उन्हें लिपस्टिक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। फटे होंठ संक्रमित भी हो सकते हैं। इसलिए संक्रमण को रोकने के लिए एंटीबॉयोटिक क्रीम लगानी चाहिए। इंफेक्शन फंगस के कारण भी हो सकता है। इसलिए होंठों को बार-बार दांतों से दबाना नहीं चाहिए।
4) खूब पानी पिएं :-
सर्दियों में होंठों को रूखेपन से बचाने के लिए खूब पानी पिएं। हर घंटे बाद पानी जरूर पिएं। सेल्स को मॉइस्चर बढ़ाने के लिए नमी की आवश्यकता होती है। इसलिए हर सर्दी में यह समस्या पैदा हो सकती है। नमी को बरकरार रखने के लिए शरीर को पानी की अधिक आवश्यकता होती है। इस कमी को पूरा करने के लिए बिना प्यास के भी पानी पीते रहना चाहिए।
5) होंठों पर जीभ न फिराएं :-
फटे होंठों का मतलब है शरीर में पानी की कमी। जब आपके होंठ रूखे होते हैं तो आप नमी के लिए बार-बार अपने होंठों पर जीभ फिराते हैं। होंठों को दांतों के नीचे दबाकर उन पर पड़ी पपड़ी तक नोंच देते हैं। बार-बार होंठों पर जीभ फिराने से होंठ और फटने लगते हैं। होंठों पर जीभ फिराने से जो तेल होंठों को नमी देने के लिए होता है वह भी खत्म हो जाता है। इस कारण होंठों के चारों ओर लाल घेरा सा बन जाता है। अगर आप अपने होंठों को आराम पहुंचाने के लिए जीभ फिराती हैं तो उन पर ग्लिसरीन लगाएं।
कुछ लोगों के मुंह से सोते समय लार निकलती है, जो कि होंठों को सुखा देती है। इससे होंठों पर पपड़ी पड़ जाती हैं। अगर आप भी इस समस्या से ग्रस्त हैं तो होंठों पर रोजाना सोने से पहले जिंक ऑक्साइड मलहम लगाना न भूलें।