● सफेद दाग एक त्वचा रोग है। हमारे भारत में कई लोगों ने इस रोग को कुष्ट रोग का नाम दे कर हमारे मन में इस रोग के लिये घृणा पैदा कर दी है। विश्व में एक से दो प्रतिशत लोग इस रोग से प्रभावित हैं, लेकिन भारत में इस रोग के शिकार लोगों का प्रतिशत चार से पांच है। इस बीमारी में रोगी के शरीर पर अगल अलग जगहों पर अलग ललग आकार के सफेद दाग देखे जा सकते हैं।
● कई बार ये रोग वंशानुगत भी होता है। सफेद दाग का रोग ठीक हो जाता है, इसलिये आपको धैर्य रखने की जरुरत है। अगर आप सफेद दाग के रोग को दूर करना चाहते हैं तो, आपको घरेलू नुस्खों के साथ ही कुछ बहुत ही जरुरी बातों का भी ध्यान रखना होगा। आइये पढ़ते हैं उनके बारे
1) विषैले तत्व को बाहर निकालें :-
शरीर का विषैला तत्व बाहर निकलने से न रोकें जैसे- मल, मूत्र, पसीना आदि।
2) क्या ना खाएं
मिठाई, रबडी, दूध व दही का एक साथ सेवन न करें।
3) ना करें गरिष्ठ भोजन
बहुत ज्यादा गरिष्ठ भोजन न करें जैसे उडद की दाल, मांस व मछली।
4) इन बातों का भी ध्यान रखें
भोजन में खटाई, तेल मिर्च, गुड का सेवन न करें।
5) ज्यादा नमक
अधिक नमक का प्रयोग न करें।
6) बथुआ है फायदेमंद
रोज बथुआ की सब्जी खायें, बथुआ उबाल कर उसके पानी से सफेद दाग को धोयें। कच्चे बथुआ का रस दो कप निकाल कर आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकायें जब सिर्फ तेल रह जाये तब उतार कर शीशी में भर लें। इसे लगातार लगाते रहें ।
7) अखरोट खाएं
अखरोट में इतनी शक्ति है कि वह आपकी सफेद पड़ चुकी त्वचा को कली कर सकता है। इसे खूब खाइये।
8) अल्फाल्फा (रिजका)
यह मटर परिवार फबासिए का फूल देने वाला एक पौधा है जिसकी खेती एक महत्वपूर्ण चारे के फसल के रूप में की जाती है। रिजका सौ ग्राम और सौ ग्राम ककडी का रस मिलाकर पियें दाद ठीक होगा।
9) लहसुन
लहसुन का सेवन नियमित करें । लहसुन के रस में हरड घिसकर लेप करें दाग मिट जाएगा।
10) नीम खायें, नीम लगायें
नीम की पत्ती, फूल, निंबोली आदि को सुखाकर पीस लें और प्रतिदिन फंकी लें। सफेद दाग के लिये नीम एक वरदान है। कोई बी सफेद दाग वाला व्यक्ति नीम तले जितना रहेगा उतना ही फायदा होगा
● कई बार ये रोग वंशानुगत भी होता है। सफेद दाग का रोग ठीक हो जाता है, इसलिये आपको धैर्य रखने की जरुरत है। अगर आप सफेद दाग के रोग को दूर करना चाहते हैं तो, आपको घरेलू नुस्खों के साथ ही कुछ बहुत ही जरुरी बातों का भी ध्यान रखना होगा। आइये पढ़ते हैं उनके बारे
1) विषैले तत्व को बाहर निकालें :-
शरीर का विषैला तत्व बाहर निकलने से न रोकें जैसे- मल, मूत्र, पसीना आदि।
2) क्या ना खाएं
मिठाई, रबडी, दूध व दही का एक साथ सेवन न करें।
3) ना करें गरिष्ठ भोजन
बहुत ज्यादा गरिष्ठ भोजन न करें जैसे उडद की दाल, मांस व मछली।
4) इन बातों का भी ध्यान रखें
भोजन में खटाई, तेल मिर्च, गुड का सेवन न करें।
5) ज्यादा नमक
अधिक नमक का प्रयोग न करें।
6) बथुआ है फायदेमंद
रोज बथुआ की सब्जी खायें, बथुआ उबाल कर उसके पानी से सफेद दाग को धोयें। कच्चे बथुआ का रस दो कप निकाल कर आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकायें जब सिर्फ तेल रह जाये तब उतार कर शीशी में भर लें। इसे लगातार लगाते रहें ।
7) अखरोट खाएं
अखरोट में इतनी शक्ति है कि वह आपकी सफेद पड़ चुकी त्वचा को कली कर सकता है। इसे खूब खाइये।
8) अल्फाल्फा (रिजका)
यह मटर परिवार फबासिए का फूल देने वाला एक पौधा है जिसकी खेती एक महत्वपूर्ण चारे के फसल के रूप में की जाती है। रिजका सौ ग्राम और सौ ग्राम ककडी का रस मिलाकर पियें दाद ठीक होगा।
9) लहसुन
लहसुन का सेवन नियमित करें । लहसुन के रस में हरड घिसकर लेप करें दाग मिट जाएगा।
10) नीम खायें, नीम लगायें
नीम की पत्ती, फूल, निंबोली आदि को सुखाकर पीस लें और प्रतिदिन फंकी लें। सफेद दाग के लिये नीम एक वरदान है। कोई बी सफेद दाग वाला व्यक्ति नीम तले जितना रहेगा उतना ही फायदा होगा