● सिर्फ भारत में ही नहीं, संतरा पूरे विश्व में पाया जाता है, विश्व
के अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग प्रकार के संतरे पाये जाते हैं! सर्दियों
में संतरे जैसा फल, बहुत ही आसानी से उपलब्ध होता है। यह सिर्फ स्वाद की ही
दृष्टि से नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अच्छा होता है।
1) उच्च रक्तचाप के मरीज़ के लिए:
संतरे में मैग्नीशियम और पोटैशियम अधिक मात्रा में होती है, इसलिए यह उच्चक्तचाप के मरीज़ों के लिए अच्छा है।
1) उच्च रक्तचाप के मरीज़ के लिए:
संतरे में मैग्नीशियम और पोटैशियम अधिक मात्रा में होती है, इसलिए यह उच्चक्तचाप के मरीज़ों के लिए अच्छा है।
2) कोल्ड और फ्लू से बचाव के लिए:
विटामिन सी की अधिक मात्रा होने के कारण, संतरे के सेवन से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनती है और कोल्ड और फ्लू जैसे संक्रमण का खतरा कम होता है।
3) कैंसर का जोखिम कम:
प्रतिदिन संतरे के जूस का सेवन से किसी भी प्रकार के कैंसर की संभावना कम होती है क्योंकि संतरे के जूस में एण्टीआक्सिडेंट्स अधिक मात्रा में पाये जाते हैं।
4) गठिया के मरीज़ों के लिए:
गठिया के मरीज़ भी संतरे के जूस का सेवन कर सकते हैं। इससे किसी प्रकार के दर्द से आराम मिलता है और वज़न भी नियंत्रित रहता है।
5) घावों के भरने में:
संतरे के जूस में फोलेट पाया जाता है और फोलेट घावों को भरने में और नये सेल्स के निर्माण में मदद करता है।
》 ध्यान रखने योग्ये बातें:
● संतरे के जूस में कैलोरी अधिक मात्रा में होती है इसलिए इसका सेवन बहुत अधिक मात्रा में ना करें।
● खाना खाने के तुरंत बाद या खाना खाने से तुरंत पहले, संतरे का जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।
● एसिडिटी के मरीज़ों को संतरे का जूस नहीं पीना चाहिए।
● जूस के सेवन का अर्थ यह नहीं है कि आप किसी भी जगह से या किसी भी समय जूस ले सकते हैं। जूस हमेशा किसी ऐसे स्थान से पीयें जहां सफाई से जूस बना सया जा रहा हो।
विटामिन सी की अधिक मात्रा होने के कारण, संतरे के सेवन से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनती है और कोल्ड और फ्लू जैसे संक्रमण का खतरा कम होता है।
3) कैंसर का जोखिम कम:
प्रतिदिन संतरे के जूस का सेवन से किसी भी प्रकार के कैंसर की संभावना कम होती है क्योंकि संतरे के जूस में एण्टीआक्सिडेंट्स अधिक मात्रा में पाये जाते हैं।
4) गठिया के मरीज़ों के लिए:
गठिया के मरीज़ भी संतरे के जूस का सेवन कर सकते हैं। इससे किसी प्रकार के दर्द से आराम मिलता है और वज़न भी नियंत्रित रहता है।
5) घावों के भरने में:
संतरे के जूस में फोलेट पाया जाता है और फोलेट घावों को भरने में और नये सेल्स के निर्माण में मदद करता है।
》 ध्यान रखने योग्ये बातें:
● संतरे के जूस में कैलोरी अधिक मात्रा में होती है इसलिए इसका सेवन बहुत अधिक मात्रा में ना करें।
● खाना खाने के तुरंत बाद या खाना खाने से तुरंत पहले, संतरे का जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।
● एसिडिटी के मरीज़ों को संतरे का जूस नहीं पीना चाहिए।
● जूस के सेवन का अर्थ यह नहीं है कि आप किसी भी जगह से या किसी भी समय जूस ले सकते हैं। जूस हमेशा किसी ऐसे स्थान से पीयें जहां सफाई से जूस बना सया जा रहा हो।