परिचय:-
जब आग के कारण किसी व्यक्ति की त्वचा या शरीर का कोई दूसरा भाग जल जाता है तो उस जले हुए स्थान पर बहुत तेज जलन और दर्द भी होता है।
आग से जलने के कारण पीड़ित व्यक्ति का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार:-
जब आग के कारण किसी व्यक्ति की त्वचा या शरीर का कोई दूसरा भाग जल जाता है तो उस जले हुए स्थान पर बहुत तेज जलन और दर्द भी होता है।
आग से जलने के कारण पीड़ित व्यक्ति का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार:-
यदि किसी व्यक्ति की त्वचा जल गई है तो उसके जले हुए भाग को तुरंत पानी के
अन्दर करके काफी देर तक हिलाते रहना चाहिए। जब जलन शांत हो जाए, तो रक्त
निकलने वाली बाहरी चोट पर गीले कपड़े की ठंडी पटि्टयां बार-बार लगानी चाहिए।
इसके कुछ समय के बाद पट्टी को खोलकर उसके ऊपर नीम की पत्तियों का रस,
घीकुंआर का रस या आलू पीसकर लगाना चाहिए। इससे रोगी की जलन बहुत जल्दी ठीक
हो जाती है तथा उसके जख्म भी जल्दी भरने लगते हैं।
यदि किसी व्यक्ति का पूरा शरीर ही जल गया हो तो पूरे शरीर को ठंडे पानी से भरे हुए टब आदि में डुबोए रखना चाहिए। ऐसा करने से 2-3 घण्टों के अन्दर ही रोगी की जलन कम हो जाती है तथा दर्द भी खत्म जाता है। जलन तथा दर्द जब कम हो जाता है तब 1 भाग नारियल का तेल तथा 2 भाग चूने का पानी आपस में मिलाकर रूई के फोहे से जले हुए भाग पर लगाना चाहिए। इस प्रकार से रोगी का इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से करने से रोगी का रोग कुछ दिनों के बाद पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
यदि किसी व्यक्ति का पूरा शरीर ही जल गया हो तो पूरे शरीर को ठंडे पानी से भरे हुए टब आदि में डुबोए रखना चाहिए। ऐसा करने से 2-3 घण्टों के अन्दर ही रोगी की जलन कम हो जाती है तथा दर्द भी खत्म जाता है। जलन तथा दर्द जब कम हो जाता है तब 1 भाग नारियल का तेल तथा 2 भाग चूने का पानी आपस में मिलाकर रूई के फोहे से जले हुए भाग पर लगाना चाहिए। इस प्रकार से रोगी का इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से करने से रोगी का रोग कुछ दिनों के बाद पूरी तरह से ठीक हो जाता है।