• खांड और घी को आंवले के रस में मिलाकर उपयोग करने से वायु विकार नष्ट होते हैं।
• पेट में गैस भर जाने पर या उदर दर्द में तिलों को पीस कर उनमें कपूर, अजवायन, इलायची और काला नमक-सब चुटकी भर मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन करें इससे आराम मिलता है।
• सोंठ व जायफल का चूर्ण बनाकर लेते रहने से पेट में गैस की शिकायत से राहत मिलती है।
• अदरक का रस 6 ग्राम, नींबू का रस 6 ग्राम, शुद्घ मधु 6 ग्राम- इन तीनों को खूब मिलाकर दिन में चार बार चाटने से विशेष लाभ होता है।
• सहजन के फूल या फली की सब्जी पेट में गैस संचय की बीमारी में लाभदायक है।
• जीरा, कलौंजी और अजवायन तीनों को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर लेने से पेट के वायु विकार दूर होती है और पाचन शक्ति बढ़ जाती है।
• यदि पेट में गैस बनकर ऊपर चढऩे की शिकायत हो तो एक गिलास गर्म पानी में चार-पांच काली मिर्च पीस कर मिलाएं और उसमें एक नींबू काट कर निचोड़ दें। नित्यप्रति उठते ही इसे पी जाएं। इससे पेट में गैस नहीं बनती है।
• पेट में वायु बनने पर 5-7 ग्राम हल्दी और नमक गर्म पानी के साथ सेवन करने से लाभ होता है।
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मेरा हमेशा से यह प्रयास रहता है कि मैं अपने अनुभव को आपसे बांटू जिन्हें मैंने श्रेष्ठ संतों से प्रसाद स्वरूप पाया है हां मानना न मानना आपकी मर्जी है और Second Opinion लेना आापका अधिकार है, ये हमेशा याद रखें। परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि आप सुखी रहे और यह शोध आपके काम आए।
• पेट में गैस भर जाने पर या उदर दर्द में तिलों को पीस कर उनमें कपूर, अजवायन, इलायची और काला नमक-सब चुटकी भर मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन करें इससे आराम मिलता है।
• सोंठ व जायफल का चूर्ण बनाकर लेते रहने से पेट में गैस की शिकायत से राहत मिलती है।
• अदरक का रस 6 ग्राम, नींबू का रस 6 ग्राम, शुद्घ मधु 6 ग्राम- इन तीनों को खूब मिलाकर दिन में चार बार चाटने से विशेष लाभ होता है।
• सहजन के फूल या फली की सब्जी पेट में गैस संचय की बीमारी में लाभदायक है।
• जीरा, कलौंजी और अजवायन तीनों को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर लेने से पेट के वायु विकार दूर होती है और पाचन शक्ति बढ़ जाती है।
• यदि पेट में गैस बनकर ऊपर चढऩे की शिकायत हो तो एक गिलास गर्म पानी में चार-पांच काली मिर्च पीस कर मिलाएं और उसमें एक नींबू काट कर निचोड़ दें। नित्यप्रति उठते ही इसे पी जाएं। इससे पेट में गैस नहीं बनती है।
• पेट में वायु बनने पर 5-7 ग्राम हल्दी और नमक गर्म पानी के साथ सेवन करने से लाभ होता है।
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मेरा हमेशा से यह प्रयास रहता है कि मैं अपने अनुभव को आपसे बांटू जिन्हें मैंने श्रेष्ठ संतों से प्रसाद स्वरूप पाया है हां मानना न मानना आपकी मर्जी है और Second Opinion लेना आापका अधिकार है, ये हमेशा याद रखें। परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि आप सुखी रहे और यह शोध आपके काम आए।